कंप्यूटर का संपूर्ण इतिहास: गणना यंत्रों से कृत्रिम बुद्धिमत्ता तक की यात्रा
प्रस्तावना: कंप्यूटर क्या है?
कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति लैटिन शब्द "कंप्यूट" से हुई है, जिसका अर्थ है "गणना करना"। आधुनिक परिभाषा में, कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो डेटा को इनपुट के रूप में स्वीकार करता है, निर्देशों के अनुसार उस डेटा को प्रोसेस करता है और परिणामों को आउटपुट के रूप में प्रदान करता है।

भाग 1: कंप्यूटिंग के प्रारंभिक युग (3000 ईसा पूर्व - 1800 ईस्वी)
अबेकस - प्रथम गणना यंत्र
अबेकस को कंप्यूटिंग इतिहास का प्रथम उपकरण माना जाता है। इसका आविष्कार लगभग 3000 ईसा पूर्व चीन में हुआ था। अबेकस में लकड़ी का एक फ्रेम होता था जिसमें धातु की छड़ें लगी होती थीं और मोतियों को सरकाकर गणना की जाती थी।
रोचक तथ्य: आज भी कुछ देशों में अबेकस का उपयोग सिखाया जाता है क्योंकि यह मानसिक गणना कौशल विकसित करने में सहायक है।
पास्कलाइन
फ्रांसीसी गणितज्ञ ब्लेज़ पास्कल ने 19 वर्ष की आयु में यह यांत्रिक कैलकुलेटर बनाया। इसकी विशेषताएँ:
- केवल जोड़ और घटाव कर सकता था
- दशमलव प्रणाली पर कार्य करता था
- घड़ी के गियर सिस्टम से प्रेरित था
भाग 2: यांत्रिक कंप्यूटिंग युग (1800-1940)
2.1 डिफरेंस इंजन (1822)
चार्ल्स बैबेज को "कंप्यूटर विज्ञान का जनक" कहा जाता है। उन्होंने डिफरेंस इंजन डिज़ाइन किया जो:
- गणितीय सारणियाँ बना सकता था
- भाप से चलता था
- पूर्णतः यांत्रिक था

भाग 3: इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटरों का युग (1940-वर्तमान)
3.1 पहली पीढ़ी: वैक्यूम ट्यूब कंप्यूटर (1940-1956)
कंप्यूटर | वर्ष | विशेषताएँ |
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ENIAC | 1945 |
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UNIVAC I | 1951 |
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IBM 701 | 1952 |
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भाग 4: भारत में कंप्यूटर का इतिहास
भारत में कंप्यूटर तकनीक का विकास:
- 1956: आईआईटी कानपुर में पहला कंप्यूटर
- 1978: पहला भारतीय सुपरकंप्यूटर "परम"
- 1980s: भारत में पीसी क्रांति
- 1990s: सॉफ्टवेयर उद्योग का उदय
भाग 5: कंप्यूटर इतिहास के महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
एग्जाम में पूछे जाने वाले प्रश्न:
प्रश्न: पहला प्रोग्रामेबल कंप्यूटर कौन सा था?
उत्तर: एनालिटिकल इंजन (चार्ल्स बैबेज द्वारा डिज़ाइन)
निष्कर्ष: भविष्य की दिशा
कंप्यूटर तकनीक का भविष्य:
- क्वांटम कंप्यूटिंग
- बायो-कंप्यूटिंग
- AI का व्यापक उपयोग
- मानव-मशीन इंटरफेस